THE BASIC PRINCIPLES OF वशीकरण मंत्र किसे चाहिए

The Basic Principles Of वशीकरण मंत्र किसे चाहिए

The Basic Principles Of वशीकरण मंत्र किसे चाहिए

Blog Article



इस दौरान अगर आप मिलते है तो झगड़ा होने की सम्भावना बढ़ जाती है.

यह मंत्र उन लोगों के लिए है जो सच्चे प्यार या जीवनसाथी की तलाश में हैं, या फिर जिनके रिश्ते में खटास आ गई है।

विधि: मंत्र सिद्धि के लिए, किसी भी ग्रहणकाल के दौरान एक मिट्टी का चौमुखा दीपक और चार लौंग लेकर किसी पवित्र स्थान पर बैठें। दीपक में चमेली का तेल डालें और चार बत्तियों को तेल में भिगोकर जलाएं। दीपक को इस प्रकार रखें कि प्रत्येक बत्ती का मुँह अलग-अलग चार दिशाओं की ओर हो। प्रत्येक बत्ती के पास एक लौंग रखें। ग्रहण के आरंभ से लेकर उसके समाप्त होने तक मंत्र का निरंतर जाप करें।

विधि: मंगलवार के दिन सबेरे हनुमान मंदिर में जाकर पूजा-अर्चना करें। फिर उपर्युक्त मन्त्र को सवा लाख जपकर सिद्ध करें। इसके पश्चात् मस्तक पर चन्दन का तिलक लगाकर वहाँ से इसी मन्त्र का जप करते हुए इच्छित स्त्री या पुरुष के पास जाएं। इस क्रिया से वह आपके वश में हो जाएगा/हो जाएगी। अमुक के स्थान पर उसका नाम अवश्य लें। (और पढ़ें; हनुमान सिद्ध शाबर मंत्र

(अमुक अमुका मतलब स्त्री या पुरुष का नाम)

बिजनेस में सफलता और नए अवसर प्राप्त करने के लिए।

इससे आपका कार्य फलित होगा ही मोहन का प्रभाव भी बना रहेगा.

ध्यान और शुद्धि: मंत्र का उच्चारण करने से पहले, आपको मन को शांत करना चाहिए। ध्यान या मेधावी आवस्था में प्रवेश करने के लिए ध्यान करें। अपने शरीर और मन को शुद्ध करने के लिए स्नान और पवित्रता का अनुसरण करें।

ध्यान और एकाग्रता: शांत मन और ध्यान से वशीकरण की प्रक्रिया को अधिक प्रभावशाली बनाया जा सकता है।

त्रीं त्रीं त्रीं हूं, हूं स्त्रीं स्त्रीं कामाख्ये प्रसीद स्त्रीं हूं हूं त्रीं त्रीं त्रीं स्वाहा

आप इसे साधना के बाद भी कर सकते है. कृष्ण मोहन साधना का प्रयोग तो आप नियमित तौर पर सकते है.

आपने न्यूज़लेटर की सफलतापूर्वक सदस्यता ले ली है.

शुद्ध इरादे: वशीकरण करने वाले व्यक्ति के इरादे सकारात्मक और ईमानदार होने चाहिए।

पान पढ़ि खिलावे, त्रिया जोरि बिसरावे, क्षीरे त्रिया click here तोरा साथ नहि जावे, नाग वो नागिन फेन काढ़े, तोर मुख न हित जाए वो, रे नागा, दोहाई गुरु नानक शाही का, दोहाई डाकिन का।

Report this page